Pride And Prejudice Book Review In Hindi । प्राइड एण्ड प्रीजुडिस

"मैं यह कहना चाहता हूँ कि पढ़ने जैसा आनंद किसी और चीज़ में नहीं है! किताब से ज़्यादा किसी चीज़ से कोई जल्दी ऊब जाता है! जब मेरा अपना घर होगा, तब अगर मेरे पास एक बढ़िया लाइब्रेरी नहीं होगी, तो मैं दुखी हो जाऊँगा।" - जेन ऑस्टेन, प्राइड एंड प्रेजुडिस

Pride And Prejudice जेन ऑस्टेन द्वारा 18वीं सदी में लिखी लोकप्रिय और एक प्रसिद्ध उपन्यास हैं। यहसिर्फ प्रेमकहानी ही नहीं बल्कि समाज, वर्गभेद और मानवीय स्वभाव को बेहद बारीकी से हास्य के साथ चित्रण करती हैं। Pride And Prejudice एक कालजयी रचना हैं, जिसकी प्रासंगिकता आज भी उतनी हैं जितनी दो सदी पहले लिखी गई थी।

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Pride And Prejudice book review in hindi

Pride And Prejudice Summary

Pride And Prejudice की कहानी बेनेट परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है,जो इंग्लैंड के एक ग्रामीण क्षेत्र मे रहते हैं। मिसेज बेनेट की चार बेटियाँ हैं और वह उनकी शादियाँ सम्पन्न और अच्छे पुरुषों से कराना चाहती हैं। इस कहानी मुख्य किरदार एलिजाबेथ बेनेट एक आत्मनिर्भर, बुद्धिमान, स्वतंत्रता पसंद और स्पष्टवादी महिला हैं,जो समाज के दिखावे और दकियानूसी सोच से दूर रहती हैं।

Pride And Prejudice की मुख्य पात्र एलिजाबेथ की मुलाकात फिट्जविलियम डार्सी से होती हैं। शुरू में फिट्जविलियम डार्सी एक आत्ममुग्ध, घमंडी और अमीर लड़का हैं , जो अपने आपको श्रेष्ठ मानने वाले विचार से भरा रहता हैं। इन्हीं स्वभाव और कुछ गलतफहमियों के कारण दोनों के बीच एक अहंकार की दीवार खड़ी हो जाती हैं।

कुछ समय बाद एलिजाबेथ और फिट्जविलियम के बीच की गलतफहमी दूर होती हैं। दोनों एक दूसरे को समझते हैं, और उनका रिश्ता एक खूबसूरत मोड़ लेता हैं और कहानी आगे बढ़ती हैं।

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Pride And Prejudice Book Review In Hindi

गर्व(pride) और पूर्वाग्रह(prejudice) इस कहानी का शीर्षक हैं, और यही इस कहानी का केंद्र है। पूरी कहानी इसी के इर्द गिर्द आगे बढ़ती हैं। फिट्जविलियम मे गर्व की भावना अधिक है वही एलिजाबेथ अपनी पूर्वाग्रह मे फसी रहती जिसके वजह से दोनों के रिश्तों मे रुकावटे पैदा होती हैं।

Pride And Prejudice जेन ऑस्टेन द्वारा 18 वीं सदी की इंग्लैंड की कहानी हैं। तबसमाज में विवाह को सुरक्षा और सामाजिक प्रतिष्ठा समझा जाता था। लेकिन एलिजाबेथ जैसी किरदार खुद के हिसाब से और स्वच्छंद होकर जीना पसंद हैं,और वह आत्मनिर्भर और स्पष्टवादी हैं। यह बताता है की विवाह के लिए इन गुणों का होना भी जरूरी है।

Pride And Prejudice महिला सशक्तिकरण की बात करती हैं, जो उस समय के रूढ़िवादी सोच को मानने से इनकार करती हैं। जिसे एलिजाबेथ जैसे मजबूत किरदार के माध्यम खूबसूरती के साथ चित्रित किया गया हैं।

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शैली

जेन ऑस्टेन की लेखन शैली बेहद सरल और सहज हैं। व्यंग्यात्मक और चुटीले अंदाज समाज के ऊपर सवाल करती हैं। रोचक और मजबूत किरदारों के माध्यम से कहानी को विस्तार से समझाया गया हैं। Pride And Prejudice कहानी के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को बहुत अच्छे से बताया गया हैं, जो पाठकों के मन मे गहराई तक जाती हैं।

निष्कर्ष

समाज, विवाह, महिला सशक्तिकरण, गर्व और पूर्वाग्रह को जेन ऑस्टेन ने Pride And Prejudice पुस्तक के माध्यम मजेदार तरीके से चित्रित किया हैं। यदि आप प्रेमकहानी, महिला केंद्रित और सामाजिक सुधार वाली किताब पढ़ने के शौकीन हैं, तो Pride And Prejudice अवश्य पढ़ें।

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Pride And Prejudice Quotes

“मैं यह कहना चाहता हूँ कि पढ़ने जैसा आनंद किसी और चीज़ में नहीं है! किताब से ज़्यादा किसी चीज़ से कोई जल्दी ऊब जाता है! जब मेरा अपना घर होगा, तब अगर मेरे पास एक बढ़िया लाइब्रेरी नहीं होगी, तो मैं दुखी हो जाऊँगा।”

“यह सर्वमान्य सत्य है कि यदि कोई अविवाहित व्यक्ति बहुत धनी हो तो उसे पत्नी की आवश्यकता अवश्य होती है।”

“घमंड और गर्व अलग-अलग चीजें हैं, हालांकि इन शब्दों का अक्सर समानार्थी रूप से उपयोग किया जाता है। एक व्यक्ति घमंडी हुए बिना भी गर्वित हो सकता है। गर्व का संबंध हमारे अपने बारे में विचार से अधिक है, जबकि घमंड का संबंध इस बात से है कि हम चाहते हैं कि दूसरे हमारे बारे में क्या सोचते हैं।”

“सबसे बुद्धिमान और श्रेष्ठ व्यक्ति, बल्कि उसके सबसे बुद्धिमान और श्रेष्ठ कार्य भी उस व्यक्ति द्वारा हास्यास्पद बना दिए जा सकते हैं, जिसका जीवन का प्रथम उद्देश्य मजाक हो।”

“मुझे एक किताब को असीम रूप से पसंद करना चाहिए।”

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