द ब्लू अम्ब्रेला बुक रिव्यू (The Blue Umbrella Book Review) में आपका स्वागत हैं। The Blue Umbrella रस्किन बॉन्ड की 1980 मे लिखी एक बाल साहित्य हैं। यह पुस्तक एक बीन्या नाम की छोटी सी लड़की की कहानी हैं। यह पुस्तक बीन्या की वीरता, मासूमियत और निस्वार्थता की कहानी हैं। बीन्या की निस्वार्थ प्रेम इस लालच से भरे भौतिकवादी दुनिया से जीत जाती हैं और यह कहानी मानवता की महान कहानी बन जाती हैं।
The Blue Umbrella Summary
यह कहानी एक छोटी सी लड़की बीन्या की हैं जो अपनी माँ और भाई बिज्जू के साथ गढ़वाल के सुंदर पहाड़ी मे रहती हैं। बीन्या बहुत ही खुश मिजाज और मिलनसार लड़की हैं। एक दिन बीन्या जंगल से गाय चरा कर वापस आ रही थी। रास्ते में उसे कुछ लोग पिकनिक बनाते हुए मिल जाते हैं। उनके पास एक बहुत ही सुंदर नीली छतरी रहती हैं। नीली छतरी बीन्या को बहुत पसंद आती है और वह अपने तेंदुए के पंजे वाले पेंडेंट के बदले नीला छाता खरीद लेती हैं।
नीला छतरी बीन्या के जीवन में नई उमंग और खुशहाली लेकर आती हैं। नीली छतरी के वजह से पूरे गाँव मे वह चर्चा विषय बन जाती हैं। सभी जगह बीन्या और उसकी नीली छतरी के बारे मे बातें होती हैं। लेकिन बीन्या की इस खुशी से कुछ गाँव वालें खुश नहीं होते बल्कि उनके मन में बीन्या के प्रति ईर्ष्या और जलन का भाव पैदा हो जाता हैं।
बीन्या के प्रति ईर्ष्या और जलन रखने वालों मे सबसे बड़ा नाम रामभरोस का आता हैं। रामभरोस स्वभाव से बहुत चालक और लालची हैं, जो गाँव मे एक छोटी सी दुकान चलाता हैं। बीन्या की नीली छतरी के लिए उसका बुरी नजर हैं। वह उस नीला छाता को किसी भी हाल मे पाना चाहता हैं। रामभरोस नीली छतरी को पाने के लिए बीन्या को चॉकलेट देने का लालच देता हैं, जिसे बीन्या अस्वीकार कर देती हैं।
रामभरोस अपने दुकान में सहायक के रूप काम करने के लिए बगल गाँव का एक लड़का राजाराम को रख लेता हैं। राजाराम को भी रामभरोस के नीली छतरी के प्रति चाहत का पता चल जाता हैं। राजाराम अपनी योग्यता सिद्ध करने के लिए रामभरोस के साथ सौदा कर लेता हैं,की वह नीली छतरी को प्राप्त कर रामभरोस को देगा। और वह सफल भी हो जाता हैं।

बीन्या के भाई बिज्जू का राजाराम के साथ लंबी लड़ाई के बाद राजाराम सारा दोष रामभरोस के ऊपर डाल देता हैं। गाँव वालें भी राजाराम की बात को मान लेते हैं। क्योंकि रामभरोस का नीली छतरी के प्रति मोह पूरे गाँव को पता था। पूरे गाँव वालें रामभरोस से सामान खरीदना बंद कर देते
कुछ दिन मे ही रामभरोस बहुत ही अकेला हो जाता हैं और उसकी हालत बहुत ही दयनीय हो जाती हैं। उसकी इस हालत को देखकर बीन्या दुखी हो जाती है और वह रामभरोस की इस हालत के लिए खुद को जिम्मेदार मानने लगती हैं। वह सोचती है क्या एक छाता लोगों से ज्यादा मायने रखता हैं। उसे लगता है छाता ही सब कुछ नहीं हैं।
बीन्या छाता रामभरोस को देने का फैसला करती हैं। बीन्या अपनी खुशी के ऊपर रामभरोस की खुशी को रखती हैं। एक दिन बीन्या रामभरोस के दुकान जाती है और पैसा देकर चॉकलेट मांगती हैं। रामभरोस को पहले तो विश्वास नहीं होता उसे लगता है मजाक उड़ाने तो नहीं आई हैं, वह पहले पैसे को अच्छे से देखता और जब संतुष्ट हो जाता है की पैसे सही हैं फिर चॉकलेट देता हैं।
जाते समय बीन्या छतरी रामभरोस के दुकान पर छोड़ देती हैं। रामभरोस भी दया दिखाता हैं और छाता को लौटाने की कोशिश करता हैं। रामभरोस भालू के पंजे से बने अपने भाग्यशाली पेंडेंट बीन्या देता हैं। इससे साबित होता है की दया ही दया को आकर्षित करता हैं। गाँववाले रामभरोस के दुकान से फिर सामान लेना शुरू कर देते हैं।
the blue umbrella book review में हमने बताया कैसे रामभरोस भी अब चालाक की जगह दयावान, मिलनसार और लोगों की सहायता करने वाला बन जाता हैं।
द ब्लू अम्ब्रेला बुक रिव्यू – प्लॉट एण्ड थीम

द ब्लू अम्ब्रेला की कहानी दया, करुणा, प्यार और उपकार की कहानी हैं। बीन्या जानती है की रामभरोस एक लालची और चालाक इंसान है फिर भी वह अपनी सबसे प्यारी चीज नीली छतरी को छोड़ने के लिए तैयार हो जाती हैं। जो बीन्या के अंदर की करुणा और प्रेम को दर्शाती है। नीली छतरी इस कहानी का महत्वपूर्ण किरदार हैं जो की खुशहाली और खुशी का प्रतीक हैं।
बीन्या इस कहानी की जान और प्रमुख पात्र जिसके इर्द-गिर्द पूरी कहानी घूमती हैं, जो एक छोटी सी बच्ची होते हुए उसके अंदर की निस्वार्थ और करुण भावना बड़ों-बड़ों को सोचने के लिए मजबूर कर देती हैं।
द ब्लू अम्ब्रेला से क्या सीखे
“दया ही दया को आकर्षित करती हैं” इस कहानी का मुख्य सीख हैं। जिस प्रकार रामभरोस जैसा लालची और चालाक आदमी दया और प्रेम से बदल जाता हैं। the blue umbrella book review के माध्यम से हम बता रहें हैं, हमेशा निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करें बदले मे वह लौटकर जरूर आएगा। बीन्या इस कहानी की मुख्य पात्र उसके साथ बुरा होने पर भी वह अपनी दयालुता को नहीं छोड़ती जिसके वजह से अंत मे रामभरोस भी बदल जाता हैं।
निष्कर्ष
The Blue Umbrella Book Review में हमने इस पुस्तक सार बातों शामिल किया हैं। रस्किन बॉन्ड की लिखी यह किताब पूरी दुनियाँ मे प्रसिद्ध हैं। यदि आप भी इस कहानी के माध्यम से अपने अंदर दया, करुणा, प्रेम और निस्वार्थ सहयोग की भावना पैदा करना चाहते है , और इस कहानी के माध्यम से इसे महसूस करना चाहते हैं तो द ब्लू अम्ब्रेला जरूर पढ़ें।
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